➡ मेरी किडनी में बहुत ही सुधार हुआ : आयुष ग्राम चित्रकूट से!!

 मेरी किडनी में बहुत ही सुधार हुआ : आयुष ग्राम चित्रकूट से!!


मैं सौरभ सिंह (उम्र २२) नगरा, बलिया (उ.प्र.) से हूँ। मैं भा.ज.पा. का उपाध्यक्ष भी हूँ। 



मुझे १ फरवरी २०२० को अचानक से पूरे शरीर में सूजन आ गयी, पेशाब बहुत कम होने लगी, पेशाब से झाग भी निकल रहा था तो मेरे घर वालों ने मुझे वाराणसी  हॉस्पिटल वोरियान में डॉ.एम.एन. सिंह जी को दिखाया उन्होंने कुछ जाँचें भी करवायी तो निप्रकोटिक सिंड्रोम की समस्या बतायी, उन्होंने अंग्रेजी दवायें दी तो थोड़ा आराम मिला, इसमें भी कुछ दवा जैसे- ओम्नाकोर्टिल २० एमजी, डाइटोर १० एमजी की दवा थी, ये दोनो दवायें लगातार एक साल से खा रहा था, जैसे ही दवा खत्म हो गयी वैसे ही लॉकडाउन पड़ गया था जिसके कारण हम लोग कहीं नहीं गये। 

फिर मुझे ४-५ माह दवा बन्द हुयी तो पूरे शरीर में सूजन आ गयी, पैरों में दर्द, कमजोरी, बेचैनी रहने लगी। तभी मैं डॉ.एम.एन. सिंह को फोन लगाया उन्हें सारी समस्यायें बतायीं, तो उन्होंने कहा कि लगातार दवा खाते रहिये, आराम मिलेगा, लेकिन कोई आराम नहीं मिला, ४-५ महीने हम लोग ऐसे ही करते रहे। 





फिर मुझे एक दिन गाँव के ही एक व्यक्ति से मुलाकात हुयी, उन्हीं के द्वारा चित्रकूट के आयुष ग्राम ट्रस्ट के आयुष ग्राम चिकित्सालय सूरजकुण्ड रोड, चित्रकूट का पता चला। 

२२ अक्टूबर २०२१ को हम लोग आयुष ग्राम चित्रकूट में अपनी माता जी के साथ आये, उस समय काफी समस्यायें थीं- पैरों में सूजन, पेट व चेहरे में सूजन, पेशाब से झाग निकल रहा था, पेशाब कम होती थी, पेट साफ नहीं रहता था आदि समस्याओं के चलते मुझे सम्बन्धित ओपीडी नं.-५ में ले गये वहाँ पर डॉ. अर्चना वाजपेयी (एम.डी. काय चिकित्सा) के पास भेजा गया उन्होंने देखा और सारी जाँचें करवायी। 

२२ अक्टूबर २०२१ की जाँच में यूरिया ४८.९, क्रिटनीन २.६, यूरिक एसिड ८.५ आया। उन्होंने कहा कि आप परेशान न हों आप धैर्य रखिए, यहाँ पर आपको १५ दिन रहना होगा। 

हम भर्ती हो गये, एकदम प्राकृतिक और शांत वातावरण, स्वर्ग जैसा स्थान, लगता ही नहीं कि अस्पताल है। बहुत बड़ा आयुर्वेद का अस्पताल। पंचकर्म और उपचार शुरु हुआ तो २-३ दिन से आराम मिलने लगा, पंचकर्म चिकित्सा व पथ्यापथ्य का पालन किया गया। 

२९ अक्टूबर २०२१ को पुन: जाँच करायी तो यूरिया ३४.६, क्रिटनीन १.२, यूरिक एसिड ६.८, अल्फलाइनट फास्फेट ३९८.५ आया। 

अब मुझे पेशाब में कोई समस्या नहीं है, पेट का दर्द व सूजन सब ठीक है, पूरे शरीर की सूजन पूरी तरह से ठीक है, भूख भी लगने लगी, कमजोरी भी ठीक है, इस समय ७०³ आराम है। 

मैं डॉ. अर्चना वाजपेयी जी को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने कहा था आप धैर्य रखिए। मैं आयुष ग्राम चित्रकूट आकर बहुत ही स्वस्थ हूँ, यह उत्तर भारत का बहुत बड़ा आयुर्वेद हॉस्पिटल है, एकदम शांत, सरम्य और पवित्र स्थान में है। यहाँ अस्पतालों जैसी गन्दगी, बदबू, रोना-पीटना, अशांति है ही नहीं। आधा रोग तो यहाँ आते ही मिट जाता है। मैं यहाँ की व्यवस्था से संतुष्ट हूँ, मुझे यहाँ आकर बहुत आराम मिला। मेरी बात आप सब जगह पहुँचायें।

सौरभ सिंह नगरा, बलिया (उ.प्र.)


डॉ मदन गोपाल वाजपेयी         आयुर्वेदाचार्यपी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी.साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद)एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
 प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन 

डॉ परमानन्द वाजपेयी      एम.डी. (एस.&पी.मेडिसिन-आयु0)    
                             

      डॉ अर्चना वाजपेयी  

       एम.डी.(कायचिकित्सा-आयुर्वेद)

 

  डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। शास्त्रीय चिकित्सा के पीयूष पाणि चिकित्सक और हार्ट, किडनी, शिरोरोग (त्रिमर्म), रीढ़ की चिकित्सा के महान आचार्य जो विगड़े से विगड़े हार्ट, रीढ़, किडनी, शिरोरोगों को शास्त्रीय चिकित्सा से सम्हाल लेते हैं । आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूटधाम, दिव्य चिकित्सा भवन, आयुष ग्राम मासिक, चिकित्सा पल्लव और अनेकों संस्थाओं के संस्थापक ।

इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।








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