➡एलोपैथ ने तो कहा था कि अब सेवा करिये : आयुष ग्राम चित्रकूट ने दी जिन्दगी!!
➡मेरे पिता जी जलेश्वर राय (उम्र ५३), किसान हैं, हम लोग सोनपुर (सारण), छपरा (बिहार) के हैं।- ➡हुआ यूँ कि मेरे पिता जी को ३ साल से गैस की समस्या, पेट में दर्द बना ही रहता था, सबसे पहले मैंने पटना के पीएमसी के सरकारी हॉस्पिटल में दिखाया, वहाँ पर एलोपैथिक दवायें व इंजेक्शन लगवाने के बाद कुछ घण्टों के लिए आराम मिल जाता था, जब तक दवायें तब तक आराम।
- ➡अभी २ माह से बहुत ज्यादा समस्या हुयी, कुछ भी खाने पर उल्टी हो जाती थी, कमजोरी और पेट में दर्द बहुत ज्यादा।
- ➡हम लोग पटना व हाजीपुर के कई हॉस्पिटलों में दिखाया, जितनी देर दवाओं का असर रहता तब तक आराम रहता, फिर से पटना के पीएमसी के सरकारी हॉस्पिटल में ले गये वहाँ पर अल्ट्रासाउण्ड हुआ। मुझे बताया गया कि तुम्हारे पिता जी को कैसर की सम्भावना है, हम लोगों ने अपने पिता जी को कैसर की जानकारी नहीं दी और इतना कमजोर होने के कारण मैंने सिर्फ दवाओं का सहारा लिया, लेकिन पीएमसी हॉस्पिटल के डॉक्टर ने पटना के दूसरे हॉस्पिटल के लिए रिफर कर दिया और कहा कि जितने दिन तक जीवित हैं उतने दिनों तक सेवा कर लो और जो माँगें खाने-पीने के लिए वह सब दो।
- ➡हम लोग घबरा गये और घर ले आये। तभी मुझे मेरे गाँव के एक पड़ोसी व्यक्ति के द्वारा जो ५-६ सालों से किडनी का इलाज करवाकर पूर्णत: स्वस्थ है के द्वारा चित्रकूट के आयुष ग्राम ट्रस्ट के आयुष ग्राम चिकित्सालय के बारे में पता चला।
- ➡मैं दिनांक ३ अक्टूबर २०२१ को अपने पिता जी को आयुष ग्राम चित्रकूट लेकर पहुँचा। बहुत बड़ा आयुर्वेद का अस्पताल। वहाँ रजिस्ट्रेशन करवाकर सम्बन्धित ओपीडी में केस हिस्ट्री हुयी और सारी समस्यायें डॉक्टर साहब ने अच्छी तरह सुनीं, रिपोर्ट देखी। उस समय कई समस्यायें थीं-
- ➡कुछ भी खाने-पीने से उल्टियाँ हो जाती थीं, गले से नीचे कुछ भी नहीं जा रहा था, बिना सहारे के बिल्कुल चल नहीं पा रहे थे। भूख नहीं लग रही थी, पेट में दर्द बना ही रहता था, कमजोरी बहुत थी, वजन सिर्फ ३६ किलो हो गया था।
- ➡आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट में कुछ जाँचें करवायी गयीं, डॉक्टर साहब ने कहा कि इन्हें यहाँ रखकर चिकित्सा करनी पड़ेगी। हमने कहा कि इनके पेट में दवायें नहीं जा पा रहीं क्या होगा? उन्होंने कहा कि परेशान न हो।
- ➡दवायें लिखी गयीं, यहाँ की प्रशिक्षित नर्सों ने दवायें शहद में मिलाकर जीभ में बार-बार लेप कराई। २ खुराक ही दवा लेने के बाद मेरे पिता जी की उल्टियाँ बिल्कुल बन्द हो गयीं और १० दिनों में भूख भी अच्छी लगने लगी, पेट के दर्द में बहुत आराम मिल गया। मैंने यहाँ आयुर्वेद और आयुर्वेद के रसों का प्रभाव देखा, जैसा हमारे पुरखे बताते थे कि आयुर्वेद में ऐसे-ऐसे रस हैं कि प्राण फूक देते हैं। ३ सप्ताह तक भर्ती रखकर चिकित्सा की गयी, आज २१दिन पूरे हो गये, इस समय मेरे पिता जी को बहुत आराम है।
- ➡इस समय खूब घूमने-फिरने लगे हैं, कमजोरी बहुत कम हो गयी।
- ➡हमारा पूरा परिवार प्रसन्न है कि जहाँ पटना व हाजीपुर के कई अंग्रेजी हॉस्पिटलों में कैसर होने की सम्भावना बताई गयी थी और कहा गया था जितनी जिन्दगी है इनकी घर पर सेवा करें, लेकिन मेरे पिता जी को आयुष ग्राम चिकित्सालय चित्रकूट से एक नया जीवनदान मिल गया है।
- ➡मैं यहाँ के सभी डॉक्टरों और इस हॉस्पिटल के कर्मचारियों को कोटि-कोटि प्रणाम करता हूँ जिन्होंने मेरे पिता जी को बचा लिया।
- ➨- वकील राय पुत्र श्री जलेश्वर राय, ग्राम/पोस्ट- सोनपुर (सारण), छपरा (बिहार)
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। शास्त्रीय चिकित्सा के पीयूष पाणि चिकित्सक और हार्ट, किडनी, शिरोरोग (त्रिमर्म), रीढ़ की चिकित्सा के महान आचार्य जो विगड़े से विगड़े हार्ट, रीढ़, किडनी, शिरोरोगों को शास्त्रीय चिकित्सा से सम्हाल लेते हैं । आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूटधाम, दिव्य चिकित्सा भवन, आयुष ग्राम मासिक, चिकित्सा पल्लव और अनेकों संस्थाओं के संस्थापक ।
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
(सुपर स्पेशलिटी आयुर्वेद हॉस्पिटल)
आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा संचालित
मोब.न. 9919527646, 8601209999
website: www.ayushgram.org
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