डॉक्टर ने कहा था कि कभी भी हार्ट बैठ सकता है ॥
२ साल पहले मेरी चलते-चलते आँखें बन्द हो जाती थीं, तो हाजीपुर के एक हॉस्पिटल में कुछ जाँचें करवाई गयीं, उन्होंने हार्ट की समस्या बतायी और मेरे बेटे से वहाँ के डॉक्टर ने अकेले में कहा कि अपने पिता जी को एक पल के लिए अकेले न छोड़ें, कभी भी कुछ भी हो सकता है।
२ साल पहले मेरी चलते-चलते आँखें बन्द हो जाती थीं, तो हाजीपुर के एक हॉस्पिटल में कुछ जाँचें करवाई गयीं, उन्होंने हार्ट की समस्या बतायी और मेरे बेटे से वहाँ के डॉक्टर ने अकेले में कहा कि अपने पिता जी को एक पल के लिए अकेले न छोड़ें, कभी भी कुछ भी हो सकता है।
३ माह तक लगातार इलाज चला लेकिन कोई आराम नहीं मिला। साँस फूलना, दिल धड़कना, घबराहट, कमजोरी, कब्ज, मौत का भय आदि था।
फिर मुझे एम्स पटना के लिए रिफर किया गया, वहाँ पर २८ दिन दवायें चलीं, बुखार तो ठीक हो गया लेकिन उसी समय दाहिनी आँख में बहुत ज्यादा लालिमा आ गयी, उसका भी इलाज चला, जाँचें हुयीं लेकिन कोई आराम नहीं मिला।
तभी मुझे मेरे गाँव के एक पड़ोसी व्यक्ति के जो अपना इलाज करवाकर पूरी तरह ठीक हैं के द्वारा चित्रकूट के आयुष ग्राम ट्रस्ट के आयुष ग्राम चिकित्सालय का पता चला।
मैं दिनांक १० अक्टूबर २०२१ को आयुष ग्राम चित्रकूट लेकर पहुँचा।जब हम यहाँ पर आये थे तो बिल्कुल भी चल नहीं पा रहे थे, कमजोरी बहुत ज्यादा थी, भूख बिल्कुल नहीं लग रही थी, घबराहट, बेचैनी, श्वास फूल रही थी, पेट साफ नहीं हो रहा था। उस समय ब्लड प्रेशर भी ९०/६० था।
मुझे सम्बन्धित ओपीडी में ले जाया गया, वहाँ देखा गया और तुरन्त इमरजेन्सी में भर्ती कर आयुर्वेदिक चिकित्सा दी गयीं
और हर मिनट नर्सों की निगरानी में रखा गया, मुझे यहाँ आयुष ग्राम में ५ दिनों तक सिर्फ दवायें और अपनी निगरानी में बिल्कुल ऑन बेड रहने को कहा गया।
५ दिनों के बाद मुझे बहुत अच्छा आराम मिला, मेरा ब्लडप्रेशर ११०/७० व १२०/७० रहने लगा और ऑक्सीजन नार्मल आ गया।
मुझे २ सप्ताह में इतना आराम मिल गया कि मैं अपने से चलने-फिरने लगा। हार्ट की समस्या एकदम चली गयी। चिकित्सा करवाई गयी और आज मुझे बहुत आराम मिल गया। जो मैं ढाई साल से चक्कर आकर बेहोश होने की समस्या थी वह बिल्कुल ठीक हो गयी, शरीर के दर्द में आराम है, अब तो मैं बिना सहारे ६० सीढ़ियाँ उतरकर नीचे-ऊपर चले जाने लगा। भूख अच्छी लगने लगी, श्वास फूलना बन्द हो गयी।
मैं बहुत खुश हूँ, मुझे तो बस एक नया जीवनदान मिल गया है, मैं आयुष ग्राम ट्रस्ट के डॉक्टर्स और यहाँ के इतने अच्छे चिकित्सकों की औषधियों के चयन से मुझे पुन: नया जीवन मिल गया। मेरी सभी अंग्रेजी दवायें पहले दिन से ही बन्द हो गयीं थीं।
मैं कहता हूँ कि अन्य किसी को हार्ट आदि की समस्या हो तो अवश्य आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट पहुँचें। आपको भी लाभ मिलेगा, ऐसी आशा है।
योगेन्द्र राय , संबलपुर (सोनपुर) सारण , छपरा (बिहार)
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
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