➡ कमर के ऑपरेशन से बचाया आयुष ग्राम चिकित्सालय चित्रकूट ने!!
➡मेरी पत्नी को ९-१० साल से कमर में दर्द, घबराहट, बेचैनी, पूरे शरीर में दर्द, हाथ-पैरों में कम्पन होने लगी तो मैं वाराणसी में अंग्रेजी डॉक्टरों को दिखाता रहा दवा चली, दवा खाने के १-२ घण्टे आराम मिलता था फिर उसी तरह दर्द होने लगता था। लगातार ९-१० साल से ऐसे ही चलता रहा।
➡फिर ३ साल से थायरॉयड की समस्या होने लगी तो हम लोग थायरॉयड की दवा खिलाने लगे। इसके बाद १ साल से बहुत ज्यादा समस्या होने लगी, उठ-बैठ व चल-फिर नहीं पाती थी, घबराहट, बेचैनी, पूरे शरीर में सूजन आदि समस्याओं को लेकर हम लोग वाराणसी बीएचयू लेकर गये वहाँ डॉक्टर ने कुछ जाँचें और एमआरआई करवायी, रिपोर्ट आने पर डॉक्टर ने कहा कि आपकी रीढ़ की हड्डी की नस दब गयी है। उन्होंने १५-१५ दिन की दवा दी और कहा कि आप दवा खाते रहें ठीक हो जायेंगी। लेकिन कोई आराम नहीं मिला।
➡तभी मैं वाराणसी खजुरी हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉ. सकीला अहमद को दिखाया, उन्होंने देखा, एक्स-रे करवायें और कहा कि आपकी रीढ़ की हड्डी में समस्या है। उन्होंने इलाज किया और कहा कि आपको ३-४ माह तक दवा चलेगी हम लोगों ने दवा खिलाया लेकिन कोई आराम नहीं मिला। मैं परेशान होने लगा कि मेरी पत्नी वैसे ठीक होगी।
➡तभी हमारे एक रिश्तेदार से मुलाकात हुयी, उनके द्वारा आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट के ‘आयुष ग्राम चिकित्सालय’ के बारे में पता चला।
➡हम लोग ८ अक्टूबर २०२१ को अपनी पत्नी को लेकर आयुष ग्राम ट्रस्ट सूरजकुण्ड रोड, चित्रकूट पहुँचे। बहुत ही शान्त, रमणीक और विशाल आयुर्वेद संस्थान, प्रशिक्षित स्टॉफ, इतना बड़ा और व्यस्त आयुर्वेद संस्थान तो मैंने पहली बार ही देखा था। वहाँ पर रजिस्ट्रेशन करवाया, फिर सारी समस्यायें पूछी गयीं और कुछ जाँचें करवायी गयीं, उस समय बहुत समस्यायें थीं-
➡भूख बिल्कुल नहीं लगती थी, घबराहट, बेचैनी, कमजोरी, कमर में दर्द, पूरे शरीर में सूजन, उठ-बैठ नहीं पाती थी, सिर में दर्द, पेट साफ नहीं होता था।
➡डॉक्टर साहब ने ने सारी समस्यायें सुनी, सभी जाँचें देखीं और कहा कि आप परेशान न हों, आपकी पत्नी बिल्कुल ठीक हो जायेंगी, आपको दो सप्ताह रुककर पंचकर्म कराना होगा और औषधियाँ चलेंगी, हर माह १५-२० प्रतिशत सुधार होगा, ६-८ माह तक पूरा कोर्स होगा और आपकी पत्नी ९९ प्रतिशत हो जायेगी।
➡२ सप्ताह में समय से आयुर्वेदिक औषधियाँ व पंचकर्म चिकित्सा शुरू हुयी, मेरी पत्नी को ३-४ दिन में आराम मिलने लगा। अब इस समय उन्हें ८०-९० प्रतिशत तक आराम है। जबकि यहाँ के डॉक्टर साहब ने तो हर माह १५-२० प्रतिशत ही आराम मिलने की बात कही थी। थायरॉयड की दवा जो १०० एमजी लेती थी अब वह ५० एमजी लेती है और अंग्रेजी दवायें सारी बन्द हैं।
➡हम बहुत खुश हैं कि मेरी पत्नी ऑपरेशन से बच गयी और बहुत तेजी से आराम मिला। मैं आयुष ग्राम ट्रस्ट के सभी डॉक्टर्स, कार्यकत्र्ताओं को धन्यवाद देता हूँ जो मेरी पत्नी को एक नया जीवनदान मिला। मैं तो कहता हूँ कि यदि किसी को भी रीढ़ की ऐसी परेशानी है और डॉक्टर ऑपरेशन के लिए कह रहे हैं तो आप एक बार आयुष ग्राम ट्रस्ट के आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट पहुँचें आपको भी लाभ मिलेगा ऐसी आशा रखें।
➡- अम्बिका प्रसाद, सरैया राजवारी, जिला- वाराणसी (उ.प्र.)
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
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