मेरा नाम लाल साहब यादव, मेरे पिता जी श्री महादेव रामनाथ यादव (उम्र ८०), हम लोग गोपालपुर, पोस्ट- बिनैका, तहसील- पट्टी, जिला- प्रतापगढ़ (उ.प्र.) से हैं। मेरे पिता जी स्टील प्लाण्ट में सुपरवाइजर के पद से रिटायर्ड हैं।
इन्हें ३ साल पहले प्रोस्टेट की समस्या हुयी, तो बाम्बे में प्रोस्टेट का ऑपरेशन करवाया गया फिर कुछ अंग्रेजी दवायें चलीं, कुछ आराम तो मिला और उसी समय थायरॉयड की समस्या का पता चला।
फिर जनवरी २०२१ में पेशाब में जलन, पेशाब रुक-रुककर होने लगी तो वहीं प्रतापगढ़ में दिखाकर होम्योपैथिक व अंग्रेजी दोनों इलाज चलने लगा, ३ माह तक लगातार इलाज चला।
फिर उसी बीच में पिता जी कोविड पॉजिटिव हो गये, दो बार भर्ती भी रखा गया फिर आराम मिल गया।
३१ अगस्त को पेशाब में फिर से समस्या हुयी और डॉक्टर ने प्रयागराज में पूरी जाँचें करवायीं, जाँच में किडनी में समस्या बताई गयी, उस समय क्रिटनीन ५.६ था और १ सप्ताह भर्ती भी रखा गया और वहाँ के डॉक्टरों ने कहा कि अगर इससे क्रिटनीन ज्यादा बढ़ गया तो डायलेसिस करनी पड़ेगी।
फिर घर आने के बाद मुझे जौनपुर के एक व्यक्ति जो अपना इलाज करवाकर पूर्ण स्वस्थ हैं के द्वारा चित्रकूट के आयुष ग्राम ट्रस्ट के चिकित्सालय के बारे में पता चला। मैं १२ सितम्बर २०२१ को अपने पिता जी को लेकर आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचा, वहाँ रजिस्ट्रेशन करवाया फिर नम्बर आने पर खून की जाँच करवायीं तो क्रिटनीन ६.०, यूरिया १३४.१, फास्फोरस ५.६, सीआरपी ५९.९ आया।
वहाँ जाँच देखकर आयुष ग्राम चित्रकूट डॉक्टर साहब ने कहा कि उम्र अधिक है परिणाम तो आयेगा लेकिन धीरे-धीरे। पिता जी को ३ सप्ताह के लिए भर्ती किया गया। उस समय मेरे पिता जी को बहुत समस्यायें थीं-
प्रोस्टेट की समस्या, थायरॉयड की समस्या, मधुमेह और किडनी की समस्या तो है ही। कमजोरी बहुत ज्यादा थी, बिना सहारे के चल नहीं पाते थे, भूख बिल्कुल नहीं लग रही थी। पूरे शरीर में सूजन और खुजली बहुत हो रही थी। पेशाब में समस्या थी, वैएथेटर लगा था, डायलेसिस से बचना चाहते थे।
मेरे पिता जी को १ सप्ताह के बाद से आराम मिलना शुरू हो गया, २ सप्ताह में पिता जी का अच्छा परिणाम देखकर सर ने कहा कि इतना अच्छा परिणाम लगातार आ रहा है जिससे अब आपके पिता जी बहुत जल्द पूर्णत: स्वस्थ हो जायेंगे और इस आयु में भी बहुत अच्छा परिणाम आया, शारीरिक आराम भी काफी हुआ।
रोज शाम को डॉ. अर्चना वाजपेयी एम.डी. (आयु. काय.चिकित्सा) राउण्ड करतीं, पंचकर्म लिखतीं, सुबह पंचकर्म होता, चिकित्सालय में बहुत ही अच्छी ट्रेण्ड नर्सें हैं वे सेवा करतीं, दवायें देतीं, खान-पान बतातीं। रोगी को आवश्यकतानुसार भोजन भी चिकित्सालय से ही मिलता।
आज २१ दिन पूरे हुए १ माह की दवायें देकर डिस्चार्ज कर दिया गया। अब मेरे पिता जी को बहुत आराम है।
अब मेरे पिता जी बिना सहारे के चलने-फिरने लगे, भूख भी अच्छी लगने लगी, सूजन बहुत कम हो गयी, खुजली में भी आराम है, कमजोरी अब बहुत हल्की है। सबसे ज्यादा तो खुशी इस बात की है कि इस आयु में भी मेरे पिता जी में इतना अच्छा परिणाम आया और डायलेसिस जैसे नरक से बच गये।
मैं बहुत खुश हूँ कि जहाँ पर सारे अंग्रेजी हॉस्पिटलों में यह कह दिया गया था कि मेरे पिता जी को ८० वर्ष आयु है, इस आयु में परिणाम न के बराबर आयेगा, वहीं आज मेरे पिता जी की डायलेसिस की नौबत नहीं आयी और पिता जी को शारीरिक ताकत आयी, यूरिया, क्रिटनीन घट गया।
हम बहुत खुश हैं और सभी को बताना चाहता हूँ कि अगर ऐसी किसी की समस्या हो तो एक बार आयुष ग्राम (ट्रस्ट) सूरजकुण्ड रोड, चित्रकूट पहुँचे और चिकित्सा परामर्श लें। मुझे लगता है कि आपको भी मेरे पिता जी की तरह फायदा होगा, आप डायलेसिस से बचेंगे।
- लाल साहब यादव पुत्र श्री महादेव रामनाथ यादव
ग्राम- गोपालपुर, पोस्ट- बिनैका, तहसील- पट्टी, जिला- प्रतापगढ़ (उ.प्र.)
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट

प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
डॉ अर्चना वाजपेयी एम.डी.(कायचिकित्सा-आयुर्वेद)
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