डायलेसिस से बचे, यूरिया क्रिटनीन घटा : आयुष ग्राम चित्रकूट से!!




जानकारी सभी तक पहुँचायें-
 अभी तक एलोपैथिक अस्पताल हार्ट रोगियों को केवल बाईपास सर्जरी या स्टेंट का ही विकल्प देते थेकिन्तु अब आयुष ग्राम ट्रस्ट की आयुष कार्डियोलॉजी, बिना ऑपरेशन बिना स्टेंट हार्ट रोगियों को अच्छा समाधान प्रदान कर रही है। आप सभी का पावन कर्तव्य बनता है कि इस बात की जानकारी जन-जन तक तक पहुँचायें। यदि हम आप सबके सहयोग से हार्ट रोगियों को बाईपास या स्टेंट से बचा ले जाते हैं तो मानव की बहुत बड़ी सेवा होगी। क्योंकि स्टेंट और बाईपास सर्जरी के बाद भी मौतें हार्ट अटैक से हो रही हैं। जबकि आयुष कार्डियोलॉजी से उपचारित एक भी रोगी की मौत हार्ट अटैक से नहीं हुयी। आप सभी के सहयोग से देश के सभी लोगों को बाईपास सजरी या स्टेंट से बचाया जा सकता है।
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
संस्थाध्यक्षआयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूटधाम (उ.प्र.) २१०२०५


 डायलेसिस से बचे,  यूरिया क्रिटनीन घटा : आयुष ग्राम चित्रकूट  से!!

मो. आसीम सईद अहमद (३२ वर्ष) किला २, नानपारा, बहराईच से हैं, मेरी मोबाइल की दुकान है। 

१ साल पहले मेरी पत्नी फराहत रईस के पित्त की थैली में पथरी की समस्या का पता चला, जब दर्द होता तो पेन किलर ले लेती थी, ज्यादा दर्द होने पर लगातार डॉक्टर ने इंजेक्शन के लिए सलाह दी तो लगवा लेते थे।

मई २०२१ में अचानक दर्द हुआ तो डॉ. अरविन्द कुमार को दिखाया, उन्होंने कहा कि आप खून की जाँचें करवाइये तभी पता चला कि किडनी की समस्या है, उस समय क्रिटनीन ३.०, था। उन्होंने १ हफ्ते की दवा दी पर कोई लाभ नहीं हो रहा था, हल्की-हल्की सूजन भी आने लगी तो उन्होंने लखनऊ के लिए रिफर कर दिया। 

हम लोग लखनऊ में दिखाया, वहाँ भी ३ माह इलाज चला लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और समस्यायें बढ़ती गयीं-

अब क्रिटनीन ५.० हो गया, बुखार भी आने लगा, उल्टी होना, भूख न लगना, घबराहट, बेचैनी, कमजोरी होने लगी। 

हम बहुत परेशान हो गये, फिर चन्दन हॉस्पिटल गये वहाँ भी १ हफ्ते की दवा ली लेकिन कोई लाभ न हुआ और भी ज्याद स्थिति बिगड़ गयी। फिर वहीं लखनऊ के ही डॉक्टर अहमद को दिखाया उन्होंने कहा कि आपको डायलेसिस कराना पड़ेगा, उस समय क्रिटनीन ८.० पर आ गया था। 

एक हमारे रिश्तेदार जिनको किडनी की समस्या थी उनका इलाज चित्रकूट आयुष ग्राम (ट्रस्ट) के हॉस्पिटल आयुष ग्राम चिकित्सालय, सूरजकुण्ड रोड चित्रकूट,  में हुआ था, उन रिश्तेदर ने हमें रोका, कहा कि आप अभी डायलेसिस न करायें एक बार चित्रकूट के आयुष ग्राम ट्रस्ट के चिकित्सालय में दिखा लीजिए। हमें भरोसा है कि बच जायेंगी।

हम १६ सितम्बर २०२१ को आयुष ग्राम ट्रस्ट सूरजकुण्ड रोड, चित्रकूट आ गये। तब तक हालत बिगड़ चुकी थी, भोजन बिल्कुल नहीं ले पा रही थी, पेट बिल्कुल साफ नहीं होता था, चक्कर आते थे उल्टी की इच्छा, बेचैनी, घबराहट आदि समस्यायें थी। वहाँ ओपीडी रजिस्ट्रेशन कराया और नम्बर आने पर डॉक्टर साहब ने कुछ जाँचें करवायी जाँच में- क्रिटनीन ११.४, यूरिया १८८.३ आया। डॉक्टर साहब ने जाँचें देखीं और बोले कि बिगड़ तो बहुत गया है, अंग्रेजी दवा चलते-चलते पर परेशान न हों हम पूरा प्रयास करते हैं कि आपकी पत्नी ठीक हों और तीन सप्ताह के लिए भर्ती किया गया।

हम भर्ती हो गये, पंचकर्म हुआ, खान-पान बदला गया, दवायें चलीं। १ हफ्ते बाद फिर दिनांक १९ सितम्बर २०२१ को जाँच करवायीं तो क्रिटनीन ११.४ से घटकर १०.० आ गया और यूरिया १८८.३ से घटकर १८०.० आ गया। भोजन भी अच्छा लगने लगा, अपने आप को बहुत अच्छा महसूस करने लगी, हर हफ्ते सुधार होने लगा। 

आज दिनांक ८ अक्टूबर २०२१ की जाँच में- यूरिया १२२.७ और  क्रिटनीन ६.८ पर आ गया।

आज हमारी पत्नी को डिस्चार्ज किया गया, हम कितने खुश हैं बता नहीं सकते। यहाँ का महौल और डॉक्टर्स बहुत अच्छे हैं, यहाँ आकर यह महसूस नहीं हुआ कि हम हॉस्पिटल में इलाज करा रहे हैं, यहाँ के डॉक्टरों ने हमें नयी जिन्दगी दे दी जो आज मैं बहुत अच्छा महसूस कर रही हूँ। जो आज यहाँ आकर डायलेसिस से बचा लिया नहीं मेरी पत्नी के तो जीने की उम्मीद ही हम खो चुके थे। हम चाहते हैं कि हमारी बात सब तक पहुँचे और हमारी तरह पीड़ित कोई दुसरा भी लाभ उठाये।

- मो. आसीम सईद किला २, नानपारा, बहराईच (उ.प्र.)




   मोब.न. 9919527646, 8601209999
 website: www.ayushgram.org



  डॉ मदन गोपाल वाजपेयी         आयुर्वेदाचार्यपी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी.साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद)एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
 प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन 

डॉ परमानन्द वाजपेयी                                                एम.डी. (एस.&पी.मेडिसिनआयु0)    
                             

डॉ अर्चना वाजपेयी                              एम.डी.(कायचिकित्सा-आयुर्वेद)     


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