मेरी माँ का क्रिटनीन 12 से 6.5, यूरिया 185 से 93.6 हुआ आयुष ग्राम चिकित्सालय से !!

                                                                                   

क्या ये सही नहीं है !!
किडनी और हृदय रोगों की चिकित्सा आयुष में बहुत ही उत्कृष्ट है, ऐसे रोगी जिनकी अंग्रेजी दवा खाते - खाते शरीर की जीवनीय शक्ति और व्याधिक्षमत्व शक्ति पूरी तरह से नष्ट हो जाती है ऐसे रोगियों को आयुष चिकित्सा बहुत ही परिणामोत्पादक, प्रभावशाली और जीवनदायिनी है, किन्तु लोगों में जागरूकता का आभाव है जन - जन को इसका प्रचार करना चाहिए। आज अंग्रेजी इलाज की स्थिति यह है कि पहले एक गोली से इलाज शुरू होता है धीरे-धीरे वह हार्टकिडनीलिवर का रोगी बन जाता है और फिरकभी भी बन्द न होने वाली दवाओं का सिलसिला चलने लगता है। जबकि आयुष चिकित्सा में दवायें धीरे-धीरे घटते-घटते बिल्कुल बन्द हो जाती हैं। ऐसे में आप सभी का पावन कर्तव्य बनता है कि पीड़ित मानव का सही मार्गदर्शन करें और उन तक जानकारी पहुँचायें, ताकि ऐसे पीड़ित मानव का कल्याण हो सके और लोग अंग्रेजी दवाओं के जाल से बच सकें 

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
संस्थाध्यक्षआयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूटधाम (उ.प्र.) २१०२०५
Evidence based treatment (वैज्ञानिक प्रमाण युक्त चिकित्सा)

➡️ मैं मोहम्मद अकरम मेरी माँ शरीफन (53 वर्ष), हम लोग कासमपुर गढ़ी अफजलगढ़, बिजनौर (उ.प्र.) से हैं।

मारी माँ को 3 माह पहले पेट के साइडों में अचानक दर्द उठा, पूरे शरीर में सूजन आ गयी, हमने लोकल में दिखाया लेकिन कोई आराम नहीं मिला।

➡️     फिर हमने काशीपुर में दिखाया, वहाँ पर जाँचें हुयीं, जांच में क्रिटनीन 12.0, यूरिया 185.0, हेमोग्लोबिन 6.5 आया और उसमे मेरी अम्मी बिल्कुल ऑन बेड हो गयीं थीं, कुछ भी खाने-पीने में उल्टियाँ होने लगीं थीं।

➡️     पूरे शरीर में सूजन बहुत ज्यादा बढ़ गयी, अल्ट्रासाउण्ड कराने पर दोनों किडनी में Right lower ureter measuring 13.3*06.3 mm, calculus measuring 04.0 mm & Lift upper measuring 14.9*06.4 mm आया।

➡️     काशीपुर में सारी जाँचें देखने के बाद डायलेसिस के लिए बोल दिया गया, में डायलेसिस नहीं करवाने को कहकर अपनी अम्मी को घर ले आया।

➡️     घर के लोग, गाँव के लोग जो भी देखते थे तो वह यह नहीं कहते थे कि ये कभी ठीक हो पायेंगी, हम लोग रोने लगे। तभी मेरे गाँव के मेंहदी हसन जिनकी मेरी अम्मी जैसी हालत थी वह तो डायलेसिस करवा चुके थे उन्हें आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट लाया गया, आज वे 100% स्वस्थ हैं उन्होंने आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय, चित्रकूट का पता दिया।

➡️   मैं और मेंहदी हसन दोनों लोग अम्मी को लेकर आयुष ग्राम पहुँचे, वहाँ रजिस्ट्रेशन हुआ और फिर नम्बर आने पर डॉक्टर वाजपेयी जी कि ओपीडी में भेजा गया।

➡️    उन्होंने देखा और कहा कि 15 दिनों तक भर्ती रहकर चिकित्सा करवाइये आप बिल्कुल परेशान न हों आपकी अम्मी बिल्कुल ठीक हो जायेगी।

➡️    मैंने 15 दिनों तक रहकर अम्मी कि चिकित्सा करवायी, उन्हें काफी आराम मिल गया, दर्द से जो सो नहीं पाती थीं अब वह खूब सोने लगीं, उल्टियाँ भी बन्द हो गयीं और सूजन खत्म हो गयी। भोजन में ढाई माह से केवल खिचड़ी ही दी जा रही है वही वे खा रही हैं।

➡️    मैं बहुत खुश हूँ कि मेरी माँ आयुष ग्राम चित्रकूट की चिकित्सा से डायलेसिस करवाने से बच गयीं और अंग्रेजी दवायें भी बन्द हो गयीं। मैं डॉक्टर वाजपेयी सर व पूरे स्टॉफ को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने डायलेसिस से बचा लिया। आज सिर्फ ढाई माह में जाँच करवाने के बाद क्रिटनीन 6.5, यूरिया 93.6 आ गया।

मोहम्मद अकरम मेरी माँ शरीफन

कासमपुर गढ़ी अफजल, बिजनौर (उ.प्र.)    

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। शास्त्रीय चिकित्सा के पीयूष पाणि चिकित्सक और हार्ट, किडनी, शिरोरोग (त्रिमर्म), रीढ़ की चिकित्सा के महान आचार्य जो विगड़े से विगड़े हार्ट, रीढ़, किडनी, शिरोरोगों को शास्त्रीय चिकित्सा से सम्हाल लेते हैं । आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूटधाम, दिव्य चिकित्सा भवन, आयुष ग्राम मासिक, चिकित्सा पल्लव और अनेकों संस्थाओं के संस्थापक ।

इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
डॉ. अर्चना वाजपेयी

डॉ. अर्चना वाजपेयी एम.डी. (मेडिसिन आयु.) में हैं आप स्त्री – पुरुषों के जीर्ण, जटिल रोगों की चिकित्सा में विशेष कुशल हैं । मृदुभाषी, रोगी के प्रति करुणा रखकर चिकित्सा करना उनकी विशिष्ट शैली है । लेखन, अध्ययन, व्याख्यान, उनकी हॉबी है । आयुर्वेद संहिता ग्रंथों में उनकी विशेष रूचि है ।

आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा संचालित
   
आयुष ग्राम चिकित्सालय:चित्रकूट 
   मोब.न. 9919527646, 8601209999
 website: www.ayushgram.org



  डॉ मदन गोपाल वाजपेयी         आयुर्वेदाचार्यपी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी.साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद)एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
 प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन 
                                  
डॉ अर्चना वाजपेयी                              एम.डी.(कायचिकित्सा) आयुर्वेद 

डॉ परमानन्द वाजपेयी                                                                  एम.डी.(आयु.) आ. 

   

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