Evidence based treatment (वैज्ञानिक प्रमाण युक्त चिकित्सा)
➡️ मैं दामोदर त्रिपाठी मेरी पत्नी माधुरी त्रिपाठी (उम्र 36) हम लोग कटियारी (सतराव), देवरिया (उ.प्र.) से
हैं।
➡️ मेरी पत्नी की बीमारी 4 साल पहले से प्रारम्भ हुयी, उनके पैरों में सूजन आ गयी थी, पैरों में दर्द बहुत हो रहा था, भूख लगना बिल्कुल बन्द हो गयी थी, कोई भी काम नहीं कर पा रही थीं, कमजोर बहुत लग रही थी।
➡️ मेरे मामा जी को अपनी पत्नी का इलाज आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय, चित्रकूट में करा चुके थे उनसे आयुष ग्राम ट्रस्ट द्वारा संचालित आयुष ग्राम चिकित्सालय के बारे में पता चला।
➡️ मैं और मेरी पत्नी दोनों लोग आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचे, वहाँ रजिस्ट्रेशन हुआ और फिर नम्बर आने पर डॉक्टर वाजपेयी जी को
ओपीडी में भेजा गया। उन्होंने देखा और सलाह दी कि 21 दिनों तक भर्ती रहकर चिकित्सा करवाइये
आप बिल्कुल परेशान न हों आपकी पत्नी बिल्कुल ठीक हो जायेंगी।
➡️ मैं 21 दिनों तक
भर्ती रहकर चिकित्सा करवायी, उन्हें बहुत आराम मिला, 8 माह दवायें भी चलती
रहीं। किन्तु हमने बिना डॉक्टर की सलाह से दवायें बन्द कर दीं फिर भी
वह 3 साल तक पूर्ण स्वस्थ
रहीं।
➡️ इधर परहेज न करने पर 3 साल बाद
फिर से पहले जैसी सारी समस्यायें उभड़ने लगीं।
➡️ कमजोरी
इतनी ज्यादा हो गयी कि एक कदम भी अपने आप से नहीं चल पा रहीं थीं, भूख
बिल्कुल नहीं लग रही थी, पूरे
शरीर में सूजन आ गयी थी।
➡️ मुझे आयुष ग्राम चित्रकूट के बारे में
पहले से ही पता था इसलिए मैंने और कहीं दिखाना ठीक नहीं समझा मैं और दूसरे ही दीं
यानी 17 जनवरी 2021 को ही पत्नी को लेकर आयुष ग्राम चित्रकूट आ गये। यहाँ सारी जाँचें करवायीं गयीं और जाँच में फिर से
क्रिटनीन 2.4, यूरिया 65.1, फास्फोरस 6.6, एएलपी 167.1 आया।
➡️ सर
ने 15 दिनों तक रहने की सलाह
दी। हम तैयारी से आये थे। चिकित्सा शुरू हुयी, दवायें चलीं, समय-समय पर डॉक्टर राउण्ड करते, नर्सें
दवायें देतीं, उचित खान पान दिया जाता। तो इन 15 दिनों में रिपोर्ट्स भी नार्मल आ गयीं
और सारी समस्यायें खत्म हो गयीं।
➡️ भूख भी लाग्ने लगी, खूब चलने-फिरने लगीं, कमजोरी बिल्कुल खत्म हो गयी, सूजन भी
खत्म हो गयी।
➡️ मैं बहुत खुश हूँ कि मेरी पत्नी को फिर से और
केवल 15 दिनों में पुनः नया जीवन मिल गया। किडनी, हार्ट, रीढ़ के रोगों की इतनी सफल चिकित्सा आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट में देखने को मिलती है उतनी दूसरी जगह नहीं
मिली। क्योंकि मैं तो पहले भी कई जगह भटक चुका था। मैं चाहता हूँ कि मेरी बात सब
जगह पहुँचे और दूसरे भी लाभ उठायें।
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट

प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
डॉ परमानन्द वाजपेयी एम.डी.(आयु.) आ.
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