➡️ मैं अरुण प्रसाद दिवेदी, मेरी बेटी प्रद्धजा दिवेदी (8 वर्ष) हम कलावारी, रीवा (म.प्र.) से हैं।मेरी बेटी जब
3 साल की थी तब से समस्या हुयी वह खेत की मेड से फिसलकर गिर गयी थी, मैंने उस
पर बुलकुल ध्यान नहीं दिया।
➡️ पर डेढ़ साल बाद उसका चलने में
संतुलन बिगड़ने लगा, मैंने रीवा के डॉ. दीपक दिवेदी को दिखाया, उन्होंने एमआरआई कारवाई वह नार्मल आयी तो उन्होंने फिजियोथैरेपी की सलाह दी, अब में इसे बनारस ले गया।
➡️ मैंने बनारस में डॉ. सुरेन्द्र मिश्र को
दिखाया, उन्होंने भी फिजियोथैरेपी की ही सलाह दी।
➡️ मैंने एक वैध जी को दिखाया, उन्होंने
कहा कि कभी सर्दी-जुकाम हाई एण्टीबायोटिक देने से ये समायें हुयीं, उन्होंने 5-6 माह का इलाज किया, लेकिन कोई आराम नहीं मिला।
➡️ फिर मुझे मेरे ही गाँव के एक
व्यक्ति ने चित्रकूट स्थित आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय, सुरजकुण्ड रोड के बारे
में जानकारी दी।
➡️ मैं अपनी बेटी को लेकर आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय, चित्रकूट
पहुँचा, वहाँ रजिस्ट्रेशन हुआ और फिर ओपीडी में बुलाया गया।
➡️ जब मैं अपनी बेटी को लेकर आयुष ग्राम पहुँचा उस समय उसे निम्नांकित समस्यायें
थीं
➡️ बेटी प्रद्धजा रुक-रुक कर बोलती
थी, बिना सहारे के चल नहीं पाती थी, कुछ भी
पकड़ने की कोशिश करती तब खड़ी हो पाती थी।
➡️ बौद्धिक विकास कम हो रहा था, याददाश्त कम होती चली जा रही थी।
यहाँ डॉक्टर साहब ने देखा, सारी समस्यायें सुनी और 1 माह की दवायें दीं, आज 5 माह
दवायें चलते हो गए इस समय बहुत सुधार है।
➡️ याददाश्त पहले से ठीक हो रही है।➡️ बोलने में काफी सुधार है।
➡️ बिना सहारे के चलने भी लगी है।
➡️ मैं बहुत खुश हूँ कि मेरी बेटी को हर माह सुधार आता ज रहा है, अब मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी बच्ची पहले जैसे बहुत
जल्द ठीक हो जायेगी। जब से आयुष ग्राम चित्रकूट की दवायें चलने लगी हैं
तब से कोई अंग्रेजी दवाओं की जरूरत नहीं पड़ी और विकाश बड़ी तेजी से हो रहा है। यहाँ
की बहुत सी दवायें यहीं की बनी होती हैं जो बहुत प्रभाव दिखाइट हैं। यह एक बहुत बड़ा
आयुष संस्थान हैं। मैं आयुष ग्राम चिकित्सालय के डॉक्टरों और स्टॉफ को बहुत धन्यवाद
देता हूँ जिन्होंने मेरी इतनी छोटी बेटी की जिन्दगी
सुधार दी और अपंग होने से बचा दिया अन्यथा मैं
बहुत चिन्तित रहता था कि लड़की अपंग हो गयी तो शादी, विवाह कैसे होगा? कैसे जीवन चलेगा?
➡️ मैं तो कहता हूँ कि आप मेरी
बात सभी जगह पहुँचायें औए यदि कोई पीड़ित हो तो ऐसे चिकित्सा संस्थान में भेजें। न्यूरो, हार्ट, रीढ़, किडनी के रोगों के लिए बिल्कुल वरदान है यह आयुष ग्राम चित्रकूट।
अभी तो दवायें चलती ही जा रही हैं और सुधार होता जा रहा
है।
प्रद्धजा दिवेदी
पुत्री श्री अरुण प्रसाद दिवेदी
कलावारी रीवा (म.प्र.)
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट

प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
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