कृष्णमूर्ति राजभर साथ मे पत्नी नीतू राजभर
मैं
कृष्णमूर्ति ग्राम/पोस्ट- नरवेग,
जिला- आजमगढ़ से हैं। मेरी पत्नी श्रीमती नीतू राजभर
(23 वर्ष) को सितम्बर माह में बुखार आया अंग्रेजी दवाएं चलीं ऐसा लगा कि वे बिल्कुल स्वस्थ हो गयीं।
3 माह पहले अचानक श्वास फूलने लागी, मैं बनारस ले
गया, जाँचें हुयीं डॉक्टरों ने कहा कि ब्लडप्रेशर बढ़ा है, ब्लडप्रेशर की अंग्रेजी दवायें चलने लगीं। 5 दिनों तक भर्ती भी रखा और 15
दिनों तक दवाएं भी खायीं लेकिन कोई आराम नहीं मिला बल्कि और ज्यादा समस्यायें होने
लगीं।
घर में भी अनमन सी बनी
रहने लगी, तो मैं जौनपुर ले गया, वहाँ भी
ब्लडप्रेशर कि समस्या बतायी, 2 माह तक इलाज चला।
ब्लडप्रेशर कि दवायें चलते-चलते एक दिन साँस फूलने लगी तो मैं दूसरे
डॉक्टर के पास ले गया तो उन्होंने जाँच कराया। जांच में हेमोग्लोबिन
9.5, यूरिया 55, क्रिटनीन 2.60, यूरिक एसिड 9.10 आया।
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आयुष ग्राम चिकित्सालय मे आने से पूर्व की रिपोर्ट |
उन्होंने बताया कि किडनी फेल हो गयी और जौनपुर से तुरन्त बनारस के लिए
रिफर कर दिया। लेकिन मैं बनारस न जाकर मुझे मेरे गाँव के एक व्यक्ति के द्वारा आयुष
ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय, चित्रकूट
के
बारे में पता चल गया। तो मैं चित्रकूट आयुष ग्राम (ट्रस्ट)
सूरजकुण्ड रोड ले आया।
मैं 30 दिसम्बर 2020 को अपनी पत्नी को लेकर आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचा, रजिस्ट्रेशन हुआ, फिर नम्बर आने पर पर पहले डॉ. त्रिपाठी जी
ने
देखा फिर मुझे ओपीडी-2 में डॉक्टर वाजपेयी जी के पास भेजा गया
उन्होंने
सारी समस्यायें पूछीं और जाँचे देखीं और आगे कि जाँचे करवायीं, जाँच में यहाँ- हेमोग्लोबिन 9.9, यूरिया 46.2, क्रिटनीन 2.3 और यूरिन में एलब्यूमिन
(3+) में आया।
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आयुष ग्राम चिकित्सालय मे भर्ती के समय की रिपोर्ट |
उन्होंने मुझसे कहा कि आप बिल्कुल
परेशान न हों, यह स्वस्थ हो जायेंगी,
इन्हें 2 सप्ताह रखना पड़ेगा। मैंने तुरन्त भर्ती करवा दिया और चिकित्सा शुरू हुयी।
रोज़ का रोज़ सुधार होने लगा, ये खुश रहने लगीं। मन में उत्साह
बढ्ने लगा। आपको बता दूँ कि मेरा इसी साल जून में तो विवाह हुआ था और जब
ब्लडप्रेशर की दवा खाते-खाते किडनी फेल की बात सामने आयी तो
समझें कि बहुत हालत खराब हो गयी। हम पागल हो गए थे।
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आयुष ग्राम चिकित्सालय से डिस्चार्ज होने के समय की रिपोर्ट |
8 जनवरी 2021 को जाँच करवायी गयी तो-
हेमोग्लोबिन 10.0, यूरिया 37 (नार्मल), क्रिटनीन 1.7 यूरिक एडिस 5.3
(नार्मल) और यूरिन में एलब्यूमिन (+) में आ गया। मैं और मेरी पत्नी बहुत खुश हुयी।
मैं जाँच देखकर बहुत खुश हो गया इन 7-8 दिनों में ही नीतू को खूब भूख लगने लगी, ब्लडप्रेशर
भी नार्मल रहने लगा, उल्टी जैसा लगना भी बंद हो गया, खूब बातें करने लगीं, श्वास में भी पूर्णता: आराम
है। मैं सोच नहीं सकता था कि इतनी जल्दी बहुत आराम मिल जायेगा।
लेकिन बहुत अच्छे समय पर मुझे यहाँ कि जानकारी मिल गयी और समय से मैं यहाँ कि
चिकित्सा का लाभ ले पाया। डिस्चार्ज करते समय मुझे एक साल का आहार निद्रा, ब्रहाचर्य पालन का नियम बताया गया है हम उसका पालन करेंगे। इतना अच्छा
अस्पताल जो पूरी तरह से प्राकृतिक वातावरण में, साफ-स्वच्छ, शांत और सस्ता मैंने देखा नहीं। यदि ऐसी
बीमारी किसी को भी हो तो मेरी बात वहाँ तक पहुँचायें सबका हित हो यही मेरी भावना
है।
श्रीमती नीतू राजभर पत्नी श्री
कृष्णमूर्ति
ग्राम/पोस्ट- नरवेग, जिला- आजमगढ़ (उ.प्र.)
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट

प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
डॉ अर्चना वाजपेयी एम.डी.(कायचिकित्सा-आयुर्वेद)
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