डायलेसिस से बचा यूरिया, क्रिटनीन घटा और सेहत बन गयी !!


क्या ये सही नहीं है !!
किडनी और हृदय रोगों की चिकित्सा आयुष में बहुत ही उत्कृष्ट है, ऐसे रोगी जिनकी अंग्रेजी दवा खाते - खाते शरीर की जीवनीय शक्ति और व्याधिक्षमत्व शक्ति पूरी तरह से नष्ट हो जाती है ऐसे रोगियों को आयुष चिकित्सा बहुत ही परिणामोत्पादक, प्रभावशाली और जीवनदायिनी है, किन्तु लोगों में जागरूकता का आभाव है जन - जन को इसका प्रचार करना चाहिए। आज अंग्रेजी इलाज की स्थिति यह है कि पहले एक गोली से इलाज शुरू होता है धीरे-धीरे वह हार्टकिडनीलिवर का रोगी बन जाता है और फिरकभी भी बन्द न होने वाली दवाओं का सिलसिला चलने लगता है। जबकि आयुष चिकित्सा में दवायें धीरे-धीरे घटते-घटते बिल्कुल बन्द हो जाती हैं। ऐसे में आप सभी का पावन कर्तव्य बनता है कि पीड़ित मानव का सही मार्गदर्शन करें और उन तक जानकारी पहुँचायें, ताकि ऐसे पीड़ित मानव का कल्याण हो सके और लोग अंग्रेजी दवाओं के जाल से बच सकें 

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
संस्थाध्यक्षआयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूटधाम (उ.प्र.) २१०२०५
Evidence based treatment (वैज्ञानिक प्रमाण युक्त चिकित्सा)

अकरामुल हक (अध्यापक)

मैं अकरामुल हक (48 वर्ष) बुलवाहा, छित्तौनी, कुशीनगर (उ.प्र.) से हूँ, पेशे से अध्यापक हूँ। 4 साल पहले मेरे पैरों में अचानक सूजन आ गयी, गोरखपुर में डॉक्टर आर.के.सी. मिश्रा को दिखाया, जाँचे करवाई, तो थायराइड की बीमारी का पता चला और किडनी की खराबी का पता चला, थायराइड की दवा तो दे दी लेकिन अन्य समस्याओं के लिए पीजीआई लखनऊ के लिए रिफर कर दिया, पीजीआई लखनऊ में जाँच करवाने पर यूरिया,क्रिटनीन बढ़ा आया और पेसाब में प्रोटीन (4+) में आया। पीजीआई लखनऊ में दो साल तक लगातार दवायें चली लेकिन कुछ भी अन्तर नहीं आया।

                तभी मेरे रिश्तेदार जो अपनी पत्नी का इलाज आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूट में करवा रहे हैं के द्वारा आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय, चित्रकूट का पता चलामैं 15 जुलाई 2020 को आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचा, रजिस्ट्रेशन हुआ फिर नम्बर आने पर मुझे ओपीडी-2 में डॉक्टर वाजपेयी जी का पास बुलाया गया। जब मैं उनके पास गया तो-

                मुझे बहुत काजोरी थी, जाँचे तो सब पहले जैसे ही थी, पर आयुष ग्राम चित्रकूट में करवाई गयी तो हेमोग्लोबिन 8.4, यूरिया78.7, क्रिटनीन 5.8 आया।

आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट में 2 सप्ताह रहने की सलाह दी, यही यहाँ की चिकित्सा प्रक्रिया हसी। किडनी रोगी प्रथम 2 सप्ताह रखकर पंचकर्म और औषधियाँ चलती हैं।

                मैं तैयारी से ही गया था, डायलेसिस से बचना चाहता था, इलाज शुरू हो गया।

                समय-समय पर जाँचे होती रही। 2 सप्ताह बाद मुझे 1 माह की दवा देकर डिस्चार्ज कर दिया गया। एक माह बाद फिर 2 सप्ताह के लिए भर्ती किया गया। फिर घर बैठे दवाई, परहेज चल रहा है। मुझे शारीरक लाभ और नई स्फूर्ति आ गयी।

                5 माह बाद- आज मुझे उपचार कराते 5 माह पूरे हो गये, इस समय मेरा क्रिटनीन 5.8 से घटकर 3.2 हो गयाम, यूरिया 65.2, हेमोग्लोबिन 8.8, प्रोटीन (3+) हो गया।

मैं डायलेसिस से बचा हुआ हूँ, स्वस्थ्य मेरा दिनों दिन अच्छा होता जा रहा है। मेरी अंग्रेजी दवायें बिल्कुल बंद हैं, थायराइड नार्मल आ गयी और मुझे तो अब ऐसा लगता है कि अब कोई समस्या नहीं है, कमजोरी बिल्कुल खत्म हो गयी, उल्टियाँ जो कभी-कभी हो जाती थीं वह बिल्कुल ठीक हैं, मेरे शरीर में एक नयी स्फूर्ति है। मैं एहसानमन्द हूँ, भगवान राम कि तपोभूमि में सेवा कर रहे आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूट संस्था की। जो इतनी अच्छी सेवा कर रहे हैं। मैं अध्यापक हूँ, मैंने देखा कि अगर ऊपर वाले ने आपकी उम्र रखी है आप धीरज रखकर पूरे नियम, परहेज और आराम से यहाँ से चिकित्सा करेंगे और किसी तरह की फिक्र नहीं रखेंगे, सब ऊपर वाले पर छोडकर इलाज करेंगे तो किडनी, हार्ट,रीढ़ के मरीज यहाँ से रोज़ जीवन पा रहें हैं। मैं अपनी बात सब जगह पहुँचाना चाहता हूँ।

अकरामुल हक

बुलहावा (बौरा टोला), छित्तौनी, कुशीनगर (उ.प्र.)  

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। शास्त्रीय चिकित्सा के पीयूष पाणि चिकित्सक और हार्ट, किडनी, शिरोरोग (त्रिमर्म), रीढ़ की चिकित्सा के महान आचार्य जो विगड़े से विगड़े हार्ट, रीढ़, किडनी, शिरोरोगों को शास्त्रीय चिकित्सा से सम्हाल लेते हैं । आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूटधाम, दिव्य चिकित्सा भवन, आयुष ग्राम मासिक, चिकित्सा पल्लव और अनेकों संस्थाओं के संस्थापक ।

इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
डॉ. अर्चना वाजपेयी

डॉ. अर्चना वाजपेयी एम.डी. (मेडिसिन-आयु.) में हैं आप स्त्री – पुरुषों के जीर्ण, जटिल रोगों की चिकित्सा में विशेष कुशल हैं । मृदुभाषी, रोगी के प्रति करुणा रखकर चिकित्सा करना उनकी विशिष्ट शैली है । लेखन, अध्ययन, व्याख्यान, उनकी हॉबी है । आयुर्वेद संहिता ग्रंथों में उनकी विशेष रूचि है ।

आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा संचालित
   
आयुष ग्राम चिकित्सालय:चित्रकूट 
   मोब.न. 9919527646, 8601209999
 website: www.ayushgram.org



  डॉ मदन गोपाल वाजपेयी         आयुर्वेदाचार्यपी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी.साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद)एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
 प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन 

डॉ परमानन्द वाजपेयी                                                एम.डी. (एस.&पी.मेडिसिन-आयु0)    
                             

डॉ अर्चना वाजपेयी                              एम.डी.(कायचिकित्सा-आयुर्वेद)   

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