घुटने नहीं बदलवाने पड़े........

__________________________________________

 आयुष ग्राम चिकित्सलय, चित्रकूटधाम

𝟵𝟵𝟭𝟵𝟱𝟮𝟳𝟲𝟰𝟲, 𝟴𝟲𝟬𝟭𝟮𝟬𝟵𝟵𝟵𝟵 _______________________________________

*घुटने नहीं बदलवाने पड़े........*
_________________________________________




कुमकुम मौर्य शिवचन्द्र मौर्या मेरी पत्नी कुमकुम मौर्या उम्र 42 शिवकुटी तेलियरगंज, प्रयागराज (उ.प्र.) से हैं। 5-6 साल पहले अचानक से रात में कमर से लेकर पैर तक दर्द हुआ, घबराहट होने लगी, रातभर दर्द होता रहा, सुबह होते ही हम लोग प्रयागराज के गविता हॉस्पिटल में लेडीज डॉक्टरों को दिखाया, उन्होंने देखा और तुरन्त इंजेक्शन लगाया और कुछ दवायें दीं और कहा की आप किसी न्यूरो सर्जन डॉक्टर को दिखायें, हम तुरन्त प्रयागराज से डॉक्टर कार्तिकेय न्यूरो सर्जन को दिखाया, उन्होंने एमआरआई करवायीं, रिपोर्ट आने पर बोन टी.बी. बताया और उन्होंने कहा कि आपको २ साल तक लगातार इलाज करवाना पड़ेगा। 2 साल के बाद यदि आप ङ्खीक नहीं होंगे तो आपको ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। 2 साल तक इलाज चला। सन् 2020 में अचानक से पुन: समस्या होने लगी, घुटनों में दर्द, सुई जैसे चुभन होती थी, भयंकर दर्द रहता था, हम साधारण डॉक्टर से एलोपैथिक दवा लेकर खा लेते थे जब तक दवा का असर रहता तब तक ङ्खीक रहती, जैसे ही दवा का असन खत्म होता था फिर वैसी समस्या होने लगती थी। इस तरह कभी एलोपैथिक तो कभी होम्योपैथी दवा करते 6 माह तक चलती रही लेकिन कोई आराम नहीं मिला। फिर हम बनारस के बीएचयू हॉस्पिटल में दिखाया, वहाँ पर डॉक्टरों ने देखा, एक्स-रे करवाये और कुछ जाँचें करवायीं और बोले कि आपके दोनो घुटने खराब हो गये हैं। घुटनों में कुछ नहीं बचा है, आपको घुटने बदलवाना पड़ेगा और कोई उपाय नहीं। हम घबरा गये और 10 दिन की दवा लेकर घर चले आये। तभी हमें अचानक से हमारे एक रिश्तेदार जो चित्रकूट में एचडीएफसी बैंक में कार्यरत हैं के द्वारा आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट के बारे में पता चला। हम 9 जून 2022 को आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचे, वहाँ पर रजिस्ट्रेशन हुआ और फिर नम्बर आने पर ओपीडी-2 में बुलाया गया। जब हम आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचे तब बहुत समस्यायें थीं- घुटनों में भयंकर दर्द, चलने-फिरने में बहुत कष्ट, नींद नहीं आती थी। वहाँ पर डॉक्टर साहब ने देखा और कहा कि ऑपको कोई ऑपरेशन नहीं करवाना पड़ेगा आप बिल्कुल ठीक हो जायेंगी। उन्होंने 2 सप्ताह भर्ती होने के लिए कहा लेकिन हम तैयारी से तो गये नहीं थे तो 10 दिनों की दवा लेकर घर चले गये। फिर पुन: 8 जून 2022 को आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचे और 2 सप्ताह के लिए भर्ती हो गये, पंचकर्म शुरू हुआ जिसमें विशेष दवा की मालिश, बस्तिकर्म, स्वेदन, स्नेहन आदि हुआ। सही भोजन दिया गया। डॉ. अर्चना वाजपेयी एम.डी. (आयु. काय चिकित्सा) बहुत ही लगन से देखतीं, सभी नर्सें उनके निर्देशन में काम करतीं। विश्वास करें कि इतना पुराना कष्ट और निराशा हमें 2-3 दिन में ही आराम मिलने लगा। 2 सप्ताह में मेरी पत्नी 70% से अधिक ठीक हो गयी। इस समय घुटनों का दर्द ङ्खीक हुआ, अब अपने से चलने-फिरने लगी हैं, थायरॉयड की दवा कम हो गयी, इस समय बहुत सुधार है। हम बहुत खुश हैं, यहाँ के डॉक्टर व यहाँ का स्टॉफ भी बहुत अच्छा है। मैं तो बहुत परेशान थी कि मेरे घुटने बदलने पड़ेंगे वह भी ४२ साल की उम्र में तो आगे वैâसे चलेगा। यहाँ की साफ-सफाई, व्यवस्था बहुत अच्छी है। मैं तो कहूँगी कि अगर घुटने, रीढ़ आदि की किसी बीमारी से ग्रस्त है तो आयुष ग्राम चिकित्सालय, चित्रकूट जरूर पहुँचें।
-------------------------------------------------------------------- श्रीमती कुमकुम मौर्या, पत्नी शिवचन्द्र मौर्या पता- शिवकुटी तेलियरगंज, प्रयागराज (उ.प्र.)
--------------------------------------------------------------------

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ