डॉक्टर:कानून
डॉक्टर:कानून
(चिकित्सकों के लिए अपने अधिकार, आवश्यक कानून, नियम जानने का महाग्रन्थ)
हर चिकित्सक की जिज्ञासा अपने अधिकार, अपने ऊपर प्रभावी कानून और नियमों को जानने की होती है पर प्रामाणिक औऱ सही जानकारी न होने के कारण यह जिज्ञासा शांत नहीं हो पाती।
इसके लिये प्रकाशित है डॉक्टर :कानून महाग्रन्थ। जिसके अभी तक कई संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं और देश के सभी प्रान्तों के हजारों डॉक्टरों ने इसे अपनाया है। यह महाग्रन्थ आपको उपलब्ध कराया जा रहा है 31 दिसम्बर 2021 तक 50℅डिस्काउंट में।यह योजना केवल स्टॉक रहने तक ही है। प्रतियां सीमित हैं अतः अभी ऑर्डर करें।
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(मूल्य रु॰ 400 /- डाकखर्च 50रु॰ )छूट के बाद (मूल्य रु॰ 200 /- डाकखर्च 50रु॰ )
इसमें है आपके लिए
उच्चतम न्यायालय के महत्वपूर्ण एवं इस समय भी प्रभावी निर्णय:
सभी प्रान्तों के विश्वविद्यालयों के बीएएमएस बराबर और चिकित्साधिकारी होने के पात्र ➡छोटी सी चूक पर डॉक्टरों पर नहीं चलेगा मुकदमा!!➡ जीएएमएस (बिहार) उपाधि पूरी तरह से मान्य: सुप्रीम कोर्ट ➡ डॉक्टर पर मानव वध का आपराधिक मुकदमा उचित नहीं➡पूरी सावधानी के बावजूद चिकित्सा नाकाम हो जाना चिकित्सक की असावधानी नहीं ➡ किसी डॉक्टर को गिरफ्तार न करें, नोटिस जारी करें:सुप्रीम कोर्ट
एवं विभिन्न उच्च न्यायालयों महत्वपूर्ण एवं इस समय भी प्रभावी निर्णय
सभी प्रान्तों के विश्वविद्यालयों के बीएएमएस बराबर और चिकित्साधिकारी होने के पात्र ➡ वर्ष 2003 के पूर्व छात्रों के प्रवेश हेतु आयुर्वेदिक कॉलेज को सीसीआईएम की अनुमति आवश्यक नहीं➡ बीएएमएस एवं बीयूएमएस डॉक्टरों को एलोपैथिक प्रैक्टिस के अधिकार की स्थिति: केरल हाईकोर्ट➡ वैद्य विशारद/आयुर्वेद रत्न के रजिस्ट्रेशन और प्रैक्टिस की कानूनी स्थिति ➡ बीयूएमएस चिकित्सक द्वारा अपनी प्रैक्टिस में एलोपैथिक औषधियों के प्रयोग संबंधी निर्णय ➡ सोनोग्राफी के लिए कौन चिकित्सक पात्र?➡चिकित्सा शिक्षा में किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं ➡ योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केवल मन को नियंत्रित नहीं करती बल्कि व्यक्ति में उत्साह भरकर उन्नति देती है। शासनादेश
कौन चिकित्सक है सम्पूर्ण भारत में प्रैक्टिस का अधिकारी: भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद➡ बैचलर ऑफ आयुर्वेद विथ मॉडर्न मेडिसिन एवं सर्जरी उपाधियाँ सीसीआईएम की अनुसूची में शामिल ➡उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति की मान्यता के संबंध में आदेश➡ भारत सरकार, स्वास्थ्य विभाग के वह शासनादेश जिसके द्वारा स्पष्ट किया गया कि अपने नाम के आगे कौन डॉक्टर लिख सकता है।➡ वैद्य विद्वान/वैद्याचार्य उपाधियों की बीएएमएस के समकक्षता के संबंध में सीसीआईएम का पत्र➡आयुष मेडिकल एसोसिएशन के प्रयास से बंद हुये पैरा➡ यदि चिकित्सकों पर हमला किया तो जमानत कराना मुश्किल होगा!! ➡आयुर्वेदिक और यूनानी दवाइयाँ बेचने के लिए लाइसेन्स की जरूरत नहीं➡ विभिन्न राज्य बोर्डों/परिषदों/पंजीयन मंडलों के नाम एवं पते
इसके अतिरिक्त, चिकित्सा जगत की महत्वपूर्ण जानकारियाँ, और भी बहुत कुछ!!
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