मेरे जीजा जी डायलेसिस से बचे आयुष ग्राम से ॥

  


क्या ये सही नहीं है !!
किडनी और हृदय रोगों की चिकित्सा आयुष में बहुत ही उत्कृष्ट है, ऐसे रोगी जिनकी अंग्रेजी दवा खाते - खाते शरीर की जीवनीय शक्ति और व्याधिक्षमत्व शक्ति पूरी तरह से नष्ट हो जाती है ऐसे रोगियों को आयुष चिकित्सा बहुत ही परिणामोत्पादक, प्रभावशाली और जीवनदायिनी है, किन्तु लोगों में जागरूकता का आभाव है जन - जन को इसका प्रचार करना चाहिए। आज अंग्रेजी इलाज की स्थिति यह है कि पहले एक गोली से इलाज शुरू होता है धीरे-धीरे वह हार्टकिडनीलिवर का रोगी बन जाता है और फिरकभी भी बन्द न होने वाली दवाओं का सिलसिला चलने लगता है। जबकि आयुष चिकित्सा में दवायें धीरे-धीरे घटते-घटते बिल्कुल बन्द हो जाती हैं। ऐसे में आप सभी का पावन कर्तव्य बनता है कि पीड़ित मानव का सही मार्गदर्शन करें और उन तक जानकारी पहुँचायें, ताकि ऐसे पीड़ित मानव का कल्याण हो सके और लोग अंग्रेजी दवाओं के जाल से बच सकें 

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
संस्थाध्यक्षआयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूटधाम (उ.प्र.) २१०२०५

    Evidence based treatment (वैज्ञानिक प्रमाण युक्त चिकित्सा)





 मेरे जीजा जी डायलेसिस से बचे आयुष ग्राम से ॥


 मेरा नामे अरविंद कुमार गुप्ता है , मेरे जीजा जी श्री राम सजीवन गुप्ता (उम्र 55) हम लोग ग्राम -पूरा , प्रतापगढ़      ( उ. प्र.)  से है 



मेरे जीजा जी  को  24 सितम्बर 2021 को अचानक उल्टी व दस्त बहुत होने लगे तो घर के लोग उन्हे प्रतापगढ़ के एक प्राइवेट हॉस्पिटल  मे ले गए वहा पर एक दिन तक भर्ती रखकर अँग्रेजी द्वाए चली, थोड़ा आराम मिलने पर घर ले आया गया, घर ले आने के बाद अचानक फिर से उल्टी व दस्त की समस्या होने लगी तो हम लोग उन्हे जौनपुर ले गए , वहा पर जाते जाते वो बेहोश हो गए, जौनपुर मे जाँचे हुई, जांच मे - बीएसआर 162.4 यूरिया 89.40, क्रिटनीन 4.26 सोडियम 132.7, बिल्यूर्बीन 1.33 आया जौनपुर मे 3 डीनो तक भर्ती रखा गया, कुछ आराम मिलने पर डायलेसिस करवाने के लिए रिफर कर दिया गया । 


फिर हम लोग वाराणसी बीएचयु ले गए वहा पुनः जाँचे हुई जांच मे - यूरिया 164.6, क्रिटनीन 7.5आया । जांच आने के बाद यहा भी तुरंत डायलेसिस के लिए बोल दिया गया । 2 दिन तक  एमरजेंसी  रखा गया ।

 

हम लोग परेशान  हो कर  प्रतापगढ़ वापस ले आए घर आने बाद हमारे गाव के एक पड़ोसी व्यक्ति जो खुद स्वयं आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट मे रहकर किडनी का उपचार करवा रहे थे उनके द्वारा चित्रकूट के आयुष ग्राम ट्रस्ट के चिकित्सालय के बारे मे पता चला । 


हम लोग 30 सितम्बर 2021 को को आयुष ग्राम ट्रस्ट सूरज कुंड रोड , चित्रकूट आ गए वहा पर रजिस्टेशन करवाया गया फिर सारी स्मसयाए पूछी गई और कुछ जाँचे करवाई गई जांच मे यूरिया 106.8 क्रि ट निन 5.1 सोडियम 132.8, हेमोब्लोबिन 7.1 मे आया उस समय बहुत स्मसयाये  थी - 



भूख बिल्कुल नही लग रही थी , काथेटर पड़ा हुआ था , कमजोरी भूत ज्यादा थी, सिर मे दर्द बीएचटी ज्यादा था, कमर मे दर्द था, कमजोरी के कारण सहारे से चलना पड़ता था। सर ने सब कुछ , सभी जाँचे देखि और भर्ती कर लिया । 


मे अपने जीजा जी के साथ रह  गया, सभी समय  से द्वाए, पंचकर्म चिकित्सा शुरू हुयी।मेरे जीजा जी को आज 10 दिन पूरे हो गए है , इस समय उन्हे बहुत आराम है सारी अँग्रेजी द्वाए बंद कर दी गई और 8 ओक्टोबर 2021 की जांच करवाने पर बीएसआर 218, यूरिया 48.9 , क्रिटनीन 1.6 आया । 


मेरे जीजा जी केवल 10 दिनो मे डायलेसिस से बच गए और शारीरिक व पथोलाजिकल भी इतना अच्छा परिणाम आ गया की हम सभी परिवार वाले बहुत खुश है जहा पर पर सभी जगह सिर्फ डायलेसिस की ही बात कही गई वही आज सिर्फ आयुष ग्राम ट्रस्ट सूरज कुंड रोड चित्रकूट से मेरे जीजा जी पूर्ण स्वास्थ्य है

 

मे अपने जैसे सभी किडनी रोगियो से यही कहना चहुगा कि सभी को इस बीमारी के लिए केवल एक मात्र डायलेसिस ही सहारा  नही समझना चाहिये बिना डायलेसिस के भी हम सब वैदिक चिकित्सा से भी एक नया जीवन दान पा सकते है । 


                                         -  अरविंद कुमार गुप्ता , रामसजीवन गुप्ता , ग्राम/पोस्ट - पूरा, प्रतापगढ़  (उ. प्र.)  


   मोब.न. 9919527646, 8601209999
 website: www.ayushgram.org



  डॉ मदन गोपाल वाजपेयी         आयुर्वेदाचार्यपी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी.साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद)एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
 प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन 

डॉ परमानन्द वाजपेयी                              एम.डी. (एस.&पी.मेडिसिन-आयु0)    
                             

डॉ अर्चना वाजपेयी            एम.डी.(कायचिकित्सा-आयुर्वेद)     

   

          


      

 

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