मेरी पत्नी को डायलेसिस से छुटकारा मिला आयुष ग्राम चित्रकूट से!!
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रावेन्द्र सिंहw/o श्रीमती अर्चना सिंह |
मैं रावेन्द्र सिंह, मेरी पत्नी श्रीमती अर्चना सिंह (44 वर्ष) खुरहण्ड रेल्वे स्टेशन के पास, बाँदा जिले के रहने वाले हैं।
मेरी पत्नी को जून माह से बुखार जैसा बना ही रहता था, भूख नहीं लगने लगी, थकान सी रहने लगी, पहले तो ऐसे ही अंग्रेजी दवा ले लेती थीं। धीरे-धीरे जी मिचलाने लगा, किसी काम में मन नहीं लगने लगा।
अगस्त माह में ज्यादा समस्या होने पर हम लोग दिल्ली मेदान्ता ले गये, वहाँ पर सारी जाँचें हुयीं जाँचों में किडनी फेल बताया गया और तुरन्त डायलेसिस की सलाह दी। 2-3 दिनों की दवायें खायीं लेकिन कोई आराम नहीं मिला।
फिर हम लोग रिजेन्सी कानपुर में दिखाया, वहाँ पर 3-4 दिन भर्ती रखा और 3 डायलेसिस की। 1 सप्ताह में 2 डायलेसिस पूरी जिन्दगी करवाते रहने को कहा और किडनी ट्रांसप्लाण्ट की भी सलाह दी, हम लोग बहुत परेशान हो गये कि ये सब कैसे हो पायेगा।
हम लोग 20 अगस्त 2021 को अपनी पत्नी के साथ आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँचे, रजिस्ट्रेशन करवाया फिर जाँचें हुयीं
जाँच में- यूरिया 96.9, क्रिटनीन 6.1, यूरिक एसिड 6.8, एएलपी 195.3, फास्फोरस 7.6 आया। जाँच के बाद सर ने बड़े विश्वास से कहा कि आपकी पत्नी ठीक हो जायेंगी, डायलेसिस छूट जाएगी ऐसी उम्मीद है, आप परेशान न हों हम प्रयास करेंगे। उन्होंने 3 सप्ताह के लिए भर्ती किया।
मेरी पत्नी को आज 25 दिन यहाँ रहकर इलाज कराते हुए हो गये, अब इन 25 दिनों में न तो डायलेसिस की जरूरत पड़ी न ही कोई समस्या हुयी, अब उनको पहले से बहुत आराम महसूस हो रहा है।
जब 1 सितम्बर 2021 की जाँच करायी तो यूरिया, क्रिटनीन बढ़ गया। यूरिया 121.2, क्रिटनीन 8.0 क्योंकि डायलेसिस छूटने के बाद यूरिया, क्रिटनीन बढ़ता ही है।
चिकित्सा लगातार चलती रही, फिर 15 सितम्बर 2021 को जाँच कराया तो यूरिया 105.2, क्रिटनीन 7.8, यूरिक एसिड 5.5, एएलपी 203.8, फास्फोरस 5.7 आ गया। यानी पैरामीटर घटने लगा। हम सब बहुत खुश हो गये कि डायलेसिस छूट गयी, बिना डायलेसिस के भी यूरिया, क्रिटनीन घटने लगा।
मैं बहुत खुश हूँ कि मेरी पत्नी को डायलेसिस से छुटकारा मिल गया, जो अंग्रेजी डॉक्टरों ने कहा था कि सप्ताह में 2 डायलेसिस करवानी पड़ेंगी और फिर किडनी ट्रांसप्लाण्ट तक के लिए बोल दिया गया लेकिन आज मेरी पत्नी को इन सब से छुटकारा मिल गया। मैं चाहता हूँ कि मेरा संदेश सब जगह पहुँचायें ताकि अन्य को भी लाभ मिल सके।
रावेन्द्र सिंह,
खुरहण्ड स्टेशन, बाँदा (उ.प्र.)
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
(सुपर स्पेशलिटी आयुर्वेद हॉस्पिटल)

प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
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