डॉक्टर ने किडनी निकालने को कहा : मेरी भाभी जी का जीवन बचा आयुष ग्राम चित्रकूट से !!

 

    क्या ये सही नहीं है !!
किडनी और हृदय रोगों की चिकित्सा आयुष में बहुत ही उत्कृष्ट है, ऐसे रोगी जिनकी अंग्रेजी दवा खाते - खाते शरीर की जीवनीय शक्ति और व्याधिक्षमत्व शक्ति पूरी तरह से नष्ट हो जाती है ऐसे रोगियों को आयुष चिकित्सा बहुत ही परिणामोत्पादक, प्रभावशाली और जीवनदायिनी है, किन्तु लोगों में जागरूकता का आभाव है जन - जन को इसका प्रचार करना चाहिए। आज अंग्रेजी इलाज की स्थिति यह है कि पहले एक गोली से इलाज शुरू होता है धीरे-धीरे वह हार्टकिडनीलिवर का रोगी बन जाता है और फिरकभी भी बन्द न होने वाली दवाओं का सिलसिला चलने लगता है। जबकि आयुष चिकित्सा में दवायें धीरे-धीरे घटते-घटते बिल्कुल बन्द हो जाती हैं। ऐसे में आप सभी का पावन कर्तव्य बनता है कि पीड़ित मानव का सही मार्गदर्शन करें और उन तक जानकारी पहुँचायें, ताकि ऐसे पीड़ित मानव का कल्याण हो सके और लोग अंग्रेजी दवाओं के जाल से बच सकें 

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
संस्थाध्यक्षआयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूटधाम (उ.प्र.) २१०२०५

    Evidence based treatment (वैज्ञानिक प्रमाण युक्त चिकित्सा)


    मैं रवि कुमार, मेरी भाभी जी श्रीमती ऊषा रानी (उम्र २७ वर्ष) हम जिन्द, हरियाणा के रहने वाले हैं।

    भाभी जी को २ मई २०२१ को अचानक पैरों में सूजन व कमर में दर्द होने लगा, इसके २ दिन पहले चक्कर आना, कमजोरी, घबराहट, उल्टी, पेशाब में जलन, पेट में गैस की समस्या इन सभी समस्याओं को लेकर हम पानीपथ में डॉ. मनु कुरेजा जी को दिखाया, उन्होंने कुछ जाँचें व अल्ट्रासाउण्ड करवाया, रिपोर्ट्स आने पर किडनी के बारे में पता चला। तभी डॉक्टर ने किडनी निकालने को कहा तो हम लोग घबराकर वहाँ से वापस चले आये और वहाँ पर कोई इलाज नहीं हुआ।

    भाभी जी परेशान होने लगीं, तभी मेरे दिमाग में तुरन्त आया कि मेरे साले जी का मिर्गी का इलाज दिव्य चिकित्सा भवन, पनगरा बाँदा में चल रहा था तो मैं उनके साथ हमेशा आता रहता था तभी से आयुष ग्राम ट्रस्ट चिकित्सालय, चित्रकू के बारे में पूरी जानकारी थी।

    इसी बीच भाभी जी को किडनी में काफी समस्या होने लगी। मैं तुरन्त ८ जून २०२१ को आयुष ग्राम ट्रस्ट चिकित्सालय, चित्रकू लेकर पहुँचा, वहाँ रजिस्ट्रेशन करवाया फिर नम्बर आने पर ओपीडी-१ में बुलाया गया उस समय काफी समस्यायें हो रही थीं-

    पैरों में सूजन व कमर में दर्द चक्कर आना, कमजोरी, घबराहट, उल्टी, पेशाब में जलन, पेट में गैस की समस्या आदि समस्यायें थीं।

    आयुष ग्राम चित्रकूट के डॉ. साहब ने सारी समस्यायें पूछीं और जाँचें करवायीं। 

जाँच में- क्रिटनीन १.४, यूरिया ३७.६, सोडियम १२६.१, कैल्शियम १०.६ आया। उन्होंने ३ सप्ताह के लिये भर्ती होने की सलाह दी, हम लोग तैयारी से नहीं थे लेकिन परेशानी को लेकर भर्ती हो गये, चिकित्सा शुरू हो गयी, जैसे-जैसे पंचकर्म हुआ और डॉ. वाजपेयी जी राउण्ड में आते समस्यायें पूछीं और कुछ दवायें लिखीं तो ९-१० दिन में काफी आराम मिलने लगा।

    भूख भी लगने लगी, पेशाब की जलन भी ठीक हो गयी, पेट की समस्या व कमजोरी, घबराहट में बहुत आराम है।

    मैं बहुत खुश हूँ कि मेरी भाभी जी की किडनी निकलने से बच गयी नहीं तो एलोपैथ में जीवन बेकार हो जाता और अंग्रेजी दवायें नहीं खानी पड़ी जिससे मेरी भाभी आयुर्वेदिक इलाज से बहुत खुश हैं।

    २७ जून २०२१ की जाँच में- क्रिटनीन १.२, यूरिया २२.४, सोडियम १३८.९, कैल्शियम ९.९ आया। लगभग सभी रिपोर्ट्स नार्मल आ गयी हैं। हम लोग रिपोर्ट्स को देखकर बहुत खुश हैं कि एलोपैथ में न जाकर आयुर्वेदिक चिकित्सा से मेरी भाभी जी का जीवन बच गया। मैं पूरे स्टॉफ व डॉक्टरों को धन्यवाद देता हूँ।

ऊषा रानी भाभी रवि कुमार,

जिन्द, (हरियाणा)

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। शास्त्रीय चिकित्सा के पीयूष पाणि चिकित्सक और हार्ट, किडनी, शिरोरोग (त्रिमर्म), रीढ़ की चिकित्सा के महान आचार्य जो विगड़े से विगड़े हार्ट, रीढ़, किडनी, शिरोरोगों को शास्त्रीय चिकित्सा से सम्हाल लेते हैं । आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूटधाम, दिव्य चिकित्सा भवन, आयुष ग्राम मासिक, चिकित्सा पल्लव और अनेकों संस्थाओं के संस्थापक ।

इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा संचालित
   
आयुष ग्राम चिकित्सालय:चित्रकूट 
   मोब.न. 9919527646, 8601209999
 website: www.ayushgram.org



  डॉ मदन गोपाल वाजपेयी         आयुर्वेदाचार्यपी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी.साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद)एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
 प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन 

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