मेरी पत्नी की रीढ़ की बीमारी ठीक कर चला दिया आयुष ग्राम चित्रकूट ने !!

 


आयुष के ऐसे हैं प्रभाव!!
हम यह नहीं कहते कि हम किडनीहार्ट या रीढ़ (स्पॉण्डिलाइटिस)चर्म रोगियों को शत प्रतिशत स्वस्थ कर देते हैं पर यह तो अवश्य कह सकते हैं कि हम इन रोगों में अंग्रेजी चिकित्सा से अच्छे और औसत से अधिक अच्छे परिणाम देते हैं। बस! रोगी इतना देर करके न आये। आज अंग्रेजी इलाज की स्थिति यह है कि पहले एक गोली से इलाज शुरू होता है धीरे-धीरे वह हार्टकिडनीलिवर का रोगी बन जाता है और फिरकभी भी बन्द न होने वाली दवाओं का सिलसिला चलने लगता है। जबकि आयुष चिकित्सा में दवायें धीरे-धीरे घटते-घटते बिल्कुल बन्द हो जाती हैं। एक नहींसैकड़ों हार्ट रोगीसैकड़ों किडनी रोगी इसके प्रमाण हैं जिनका डाक्यूमेंट्री रिकॉर्ड आयुष ग्राम चित्रकूट में रखा जाता है। ऐसे में आप सभी का पावन कर्तव्य बनता है कि पीड़ित मानव का सही मार्गदर्शन करें और उन तक जानकारी पहुँचायेंशायद वे भी समय से आयुष चिकित्सा में पहुँचकर आपके मार्गदर्शन से इनकी तरह जीवन लाभ पा सकें।

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
संस्थाध्यक्षआयुष ग्राम (ट्रस्ट) चित्रकूटधाम (उ.प्र.) २१०२०५
Evidence based treatment (वैज्ञानिक प्रमाण युक्त चिकित्सा)
अभय शंकर तिवारी साथ में पत्नी विभा देवी 

            मैं एडवोकेट अभय शंकर तिवारी मेरी पत्नी श्रीमती विभा देवी (३६ वर्ष) हम लोग मिर्जापुर (उ.प्र.) से हैं। मेरी पत्नी के पैरों में हल्का-हल्का दर्द तो काफी वर्षों से था, लेकिन ५ साल पहले बच्चेदानी में गाँठ होने के कारण ऑपरेशन करवाना पड़ा।

            इस ऑपरेशन के बाद से ही चलने में, काम करने में समस्या होने लगी और कुछ दिनों बाद तो इन्हें पकड़कर चलना पड़ता था, पैरों में दर्द व गर्दन के पास असहनीय दर्द होने लगा।

            सबसे पहले मैंने मिर्जापुर के एक हॉस्पिटल में दिखाया, वहाँ पर २-३ माह इलाज चला, लेकिन जब तक दवायें खातीं तब तक तो आराम रहता था, जैसे ही दवायें बन्द होती तो फिर से असहनीय दर्द शुरू हो जाता था।

            फिर मैंने तेज बहादुर सपरु हॉस्पिटल, प्रयागराज में दिखाया, वहाँ पर डॉक्टर ने एमआरआई के लिए सलाह दी, मैंने एमआरआई, एक्स-रे दोनों करवाया, जाँच में Disc bulge सी३-सी४/सी४-सी५ व एल-५ में समस्या बताई गयी, आप समझें कि मैंने डेढ़ साल तक अंग्रेजी दवायें कीं लेकिन स्थिति वही कि दवायें खाने से आराम रहता था, जहाँ दवायें बन्द होतीं वैसे ही दर्द शुरू हो जाता था।

            फिर मुझे मेरे ही गाँव के एक व्यक्ति द्वारा आयुष ग्राम (ट्रस्ट) चिकित्सालय, चित्रकू के बारे में पता चला। मैं अपनी पत्नी को २४ नवम्बर २०२० को लेकर आया, रजिस्ट्रेशन हुआ, नम्बर आने के बाद डॉक्टर वाजपेयी जी के पास बुलाया गया, उन्होंने सारी रिपोर्ट्स देखीं और समस्यायें पूछीं। उन्होंने बताया कि आप चिन्ता न करें, इन्हें एक माह के अन्तर से २-२ सप्ताह यहाँ रखना होगा, जिससे थैरापी हो सके, सिंकाई, बस्ति, अभ्यंग आदि इन्हें हर माह १० % आराम मिलेगा, ६ से ८ माह तक दवा चलेगी और ९९% ठीक हो जायेंगी। कुछ ही दिन बाद अपने आप चलने लगेंगी, इन्हें पकड़ना नहीं पड़ेगा। मैं यह सुनकर कितना खुश हुआ बता नहीं सकता, क्योंकि किसी डॉक्टर ने ऐसा विश्वास नहीं दिलाया था।

            मैं १४ दिसम्बर २०२० को आयुष ग्राम चित्रकू आया और २ सप्ताह के लिए भर्ती करवाया। जब मैं अपनी पत्नी को यहाँ लेकर आया था उस समय मेरी पत्नी के पैरों में असहनीय दर्द हो रहा था, गर्दन में भी दर्द हो रहा था, मेरी पत्नी को पकड़कर चलन पड़ता था, बिना सहारे के जमीन में पैर भी नहीं रख पाती थीं, २ साल में ५ किलो ग्राम वजन भी बढ़ गया था, पूरे शरीर में सूजन आ गयी थी, घबराहट बहुत होती थी, कमर व पैरों में असहनीय दर्द था, पेन किलर लेने के बाद भी दर्द रहता था, रात-रात भर दर्द के कारण चिल्लाती और रोती रहती थी।

            १६ दिनों की आयुर्वेद चिकित्सा करवाने के बाद आज बिना पेन किलर के दर्द में आराम हो गया, बिना सहारे के चलने भी लगीं, सीढ़ियाँ चढ़ने-उतरने लगीं, अब अपनी चिकित्सा करवाने खुद ही चली जाती हैं, चलने में बहुत हल्का दर्द होता है।

            अंग्रेजी दवायें पूरी तरह बन्द हैं। जहाँ अंग्रेजी दवाओं को खाने के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा था, आज सिर्फ १५ दिनों की थैरेपी से कफी सुधार आ गया।

            सर ने यह बोला कि हर माह १० % सुधार आयेगा, १६ दिनों में इन्हें ३० % आराम हो गया और मुझे पूर्ण विश्वास है कि बहुत जल्द मेरी पत्नी अपने से पहले जैसे घर का पूरा काम करने लगेंगी।

 मैं कहता हूँ कि मेरी बात सब जगह पहुँचायें ताकि दूसरे लोग जो मेरी तरह परेशान हों वे लाभ उठा सकें

विभा देवी पत्नी श्री अभय शंकर तिवारी

मीनगढ़ा (तीता), हलिया लालगंज, मिर्जापुर (उ.प्र.)

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी
डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ हैं। शास्त्रीय चिकित्सा के पीयूष पाणि चिकित्सक और हार्ट, किडनी, शिरोरोग (त्रिमर्म), रीढ़ की चिकित्सा के महान आचार्य जो विगड़े से विगड़े हार्ट, रीढ़, किडनी, शिरोरोगों को शास्त्रीय चिकित्सा से सम्हाल लेते हैं । आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूटधाम, दिव्य चिकित्सा भवन, आयुष ग्राम मासिक, चिकित्सा पल्लव और अनेकों संस्थाओं के संस्थापक ।

इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
डॉ. अर्चना वाजपेयी

डॉ. अर्चना वाजपेयी एम.डी. (मेडिसिन आयु.) में हैं आप स्त्री – पुरुषों के जीर्ण, जटिल रोगों की चिकित्सा में विशेष कुशल हैं । मृदुभाषी, रोगी के प्रति करुणा रखकर चिकित्सा करना उनकी विशिष्ट शैली है । लेखन, अध्ययन, व्याख्यान, उनकी हॉबी है । आयुर्वेद संहिता ग्रंथों में उनकी विशेष रूचि है ।

आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा संचालित
   
आयुष ग्राम चिकित्सालय:चित्रकूट 
   मोब.न. 9919527646, 8601209999
 website: www.ayushgram.org



  डॉ मदन गोपाल वाजपेयी         आयुर्वेदाचार्यपी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी.साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि (आयुर्वेद)एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत), एल-एल.बी. (B.U.)
 प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन 
                                  
डॉ अर्चना वाजपेयी                              एम.डी.(कायचिकित्सा) आयुर्वेद 

डॉ परमानन्द वाजपेयी                                                                  एम.डी.(आयु.) आ.

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