थायरॉइड को जड़ से मिटाता आयुर्वेद !!


आयुषी गुप्ता को थायरॉइड से मिली मुक्ति 

डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी साथ में कु. आयुषी गुप्ता उनके माता-पिता और उनका भाई 


थायरॉइड से सम्बन्धित बीमारी अस्वस्थ खान-पान और तनावपूर्ण जीवन जीने के कारण होती है। जब शरीर में वात एवं कफ दोष का असंतुलन हो जाता है तब व्यक्ति को थायरॉइड होता है। आयुर्वेदीय उपचार द्वारा वात और कफ दोषों को सन्तुलित किया जाता है। 



एलोपैथिक चिकित्सा में थॉयराइड विकार के लिये स्टीरॉइड्स का सेवन कराया जाता है, जो हानिकारक होता है। इसलिए थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा सबसे अच्छा माना जाता है। 

थायरॉइड क्या है? (What is Thyroid in Hindi?)

थायरॉइड ग्रन्थि में आई गड़बड़ी के कारण थायरॉइड से संबंधित रोग जैसे Hyperthyroidism या Hypothyroidism होते है। Thyroid gland को अवटु ग्रन्थि भी कहा जाता है। अवटु या Thyroid ग्रन्थियाँ मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे बड़ी अतस्रावी ग्रंथियों में से एक है।


यह द्विपिंडक रचना हमारे गले में स्वरयंत्र के नीचे Cricoid Cartilage के लगभग समान स्तर पर स्थित होती है। शरीर की चयापचय क्रिया में थायरॉइड ग्रंथि का विशेष योगदान होता है।

यह Thyroid ग्रन्थि Triiodothyronin (T3) और Thyrocalcitonin नामक हार्मोन स्रावित करती है। ये हार्मोन शरीर के चयापचय दर और अन्य विकास तंत्रों को प्रभावित करते हैं। Thyroid harmone हमारे शरीर की सभी प्रक्रियाओं की गति को नियंत्रित करता है।

आयुष ग्राम चिकित्सालय: चित्रकूट ने आयुषी गुप्ता को थायरॉइड से किया मुक्त !!


१२ अक्टूबर २०१७ को जब आयुषी के पिताजी आयुषी को आयुष ग्राम चिकित्सालय: चित्रकूट लेकर आये तब की रिपोर्ट :




आयुष ग्राम चित्रकूट में डॉ. मदन गोपाल वाजपेयी द्वारा दी गई चिकित्सा और चिकित्सा के दौरान की हुई सभी रिपोर्ट्स :






























आयुष ग्राम ट्रस्ट चित्रकूट द्वारा संचालित
   
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट 
   मोब.न. 9919527646, 8601209999
 website: www.ayushgram.org



  डॉ मदन गोपाल वाजपेयी        आयुर्वेदाचार्य, पी.जी. इन पंचकर्मा (V.M.U.) एन.डी., साहित्यायुर्वेदरत्न,विद्यावारिधि, एम.ए.(दर्शन),एम.ए.(संस्कृत )
 प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव
                                  
डॉ अर्चना वाजपेयी                              एम.डी.(कायचिकित्सा) आयुर्वेद 

डॉ आर.एस. शुक्ल                                                                           आयुर्वेदाचार्य 






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