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स्वप्निल जायसवाल साथ में पिता उदय शंकर जायसवाल सेवा निवृत्त पुलिस उपमहानिरीक्षक (उ॰प्र॰पु॰) |
➡️ मैं उदयशंकर जायसवाल सेवा निवृत्त पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) उ.प्र. से हूँ, मेरा
बेटा स्वप्निल (३१ वर्ष) उसे लेकर बहुत परेशान थे, उसे
कई सालों से थायरॉयड व नींद न आने की शिकायत, जुकाम
बना रहना आदि समस्यायें थी उसे अंग्रेजी दवा देनी पड़ती थी। हमने, इसका
इलाज दिल्ली, पीजीआई लखनऊ आदि सब जगह कराते रहे।
उसकी दवायें कहाँ-कहाँ नहीं करायी। १४ सालों से सर्दी-जुकाम, खाँसी
जल्दी-जल्दी हो जाता था, जब दवा देते थे तो दिनभर आलस्य में
रहते थे, दिनभर सोते थे, रात
में अपने आप से बातें किया करते थे, शिर
दर्द बना ही रहता था। चिड़चिड़ापन, गुस्सा होना, मोटापा
बढ़ना ऐसी समस्यायें थीं।
➡️ कई सालों से अंग्रेजी दवा ले रहे थे, लेकिन कोई आराम नहीं मिल पा रहा था, उसका पूरा कैरियर ही नष्ट हो रहा था। जब मैं एस.पी. पद पर बाँदा में कार्यरत था उसी दौरान डॉक्टर वाजपेयी जी से परिचय हुआ। उनके लड़के और बहु भी एम.डी. (आयु.) हैं। दिव्य चिकित्सा भवन, पनगरा, बाँदा के बारे में अच्छे से पता था और वहाँ हम आते-जाते भी थे। बाद में इनके संस्थान चित्रकूट आयुष ग्राम सूरजकुण्ड रोड की जानकारी हुयी।
➡️ मैं ८ जनवरी २०२१ को पत्नी बेटे सहित आयुष ग्राम चित्रकूट पहुँच गया। वहाँ बेटे सहित रह गये। यहाँ संस्थान अस्पताल जैसा तो लगता नहीं, एकदम खुला, शांत, स्वच्छ, अनुशासन और तप तथा साधना का वातावरण। बहुत अच्छा लगता है। पूरा भारतीय संस्कार, संस्कृति, जमीन में बैठकर भोजन करना, सुबह नित्य गीता व्याख्यान, गुरुकुल के विद्यार्थियों, आचार्यों द्वारा वेद पाठ, टहलती गायों से पवित्र भूमि।
चिकित्सा शुरू हो गयी, दवाइयाँ, पंचकर्म
भी। खान-पान सात्विक हुआ।
➡️ मेरी पत्नी श्रीमती बीना जायसवाल को
उच्चरक्तचाप की अंग्रेजी दवा लेने की जरूरत पड़ती थी, तो २
सप्ताह में उनका भी ब्लड प्रेशर नार्मल रहने लगा, उनको
दवा की जरूरत नहीं पड़ने लगी।
➡️ बेटे की भी धीरे-धीरे सारी अंग्रेजी दवायें
(नींद, डिप्रेशन आदि की) बन्द हो गयीं।
उसके चेहरे में रौनक आ गयी।
➡️ इन १५ दिनों में दोनों लोगों को काफी आराम
मिल गया। अब वह अच्छे से सो पाने लगा और सिरदर्द में भी आराम हुआ, रात
में जो सोते समय बाते करते रहते थे वह २ दिनों से बिल्कुल बन्द हो गये। अंग्रेजी
दवा एल्प्राक्स आदि सब बन्द हो गयीं।
हम कितने खुश हैं बता नहीं सकते कि जो अपने
बेटे स्वप्निल को लेकर कई जगह परेशान रहे, फिर
भी आराम नहीं मिल पा रहा था, वहीं २
सप्ताह में थायरॉयड की दवा भी ५० एमजी से २५ एमजी हो गयी और बाकी अंग्रेजी दवायें
भी बन्द हो गयीं। यहाँ के पूरे स्टाफ का व्यवहार व अपनापन, यहाँ
का वातावरण तो और किसी अस्पताल में कभी देखने को नहीं मिला।
उदय शंकर जायसवाल आई॰पी॰एस॰
सेवा निवृत्त पुलिस उपमहानिरीक्षक (उ॰प्र॰पु॰),
ए-१/६, रश्मि खण्ड शारदा नगर, लखनऊ (उ.प्र.)
इनके शिष्यों, छात्र, छात्राओं की लम्बी सूची है । आपकी चिकित्सा व्यवस्था को देश के आयुष चिकित्सक अनुसरण करते हैं ।
आयुष ग्राम चिकित्सालय:, चित्रकूट

प्रधान सम्पादक चिकित्सा पल्लव और आयुष ग्राम मासिक
पूर्व उपा. भारतीय चिकित्सा परिषद
उत्तर प्रदेश शासन
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